सवाई माधोपुर : राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध रणथंभौर टाइगर रिजर्व में रविवार दोपहर अचानक आग लग गई, जिसने कुछ ही देर में जंगल के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया।
यह घटना टाइगर रिजर्व की फलोदी रेंज के नाका नीम चौकी के पास स्थित चिड़ी खो वन क्षेत्र में सामने आई।
अभी तक आग लगने के सटीक कारण का पता नहीं चल सका है।
लेकिन गर्मी के मौसम में सूखी पत्तियों और सूखे पेड़ों के चलते छोटी सी चिंगारी भी भयावह आग में बदल जाती है।
स्थानीय लोगों ने सबसे पहले वन विभाग को सूचना दी।
सूचना पर रणथंभौर की उड़नदस्ता टीम, स्थानीय चौकी पुलिस, और बाद में नगर परिषद की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची।
तीनों टीमों ने मिलकर करीब 3 घंटे तक लगातार प्रयास कर आग पर काबू पाया।
गनीमत रही कि इस दौरान किसी वन्य जीव को कोई नुकसान नहीं हुआ।
वन विभाग और फायर ब्रिगेड की समय पर प्रतिक्रिया ने इस हादसे को और गंभीर होने से बचा लिया।
इससे पहले माउंट आबू के जंगलों में भी आग लगने की घटना सामने आ चुकी है।
अब रणथंभौर में आग लगने से साफ है कि राजस्थान के जंगल गर्मी में अग्निकाल की स्थिति में हैं।
वन्यजीव प्रेमियों और पर्यावरणविदों ने इसे खतरनाक संकेत बताया है।
आवश्यक है कि गर्मी के मौसम में वन क्षेत्रों में अलर्ट और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व में लगी आग ने एक बार फिर वन्यजीव सुरक्षा और जंगल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हालांकि इस बार कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन भविष्य में इससे भी बड़ी आपदा टाली जा सके, इसके लिए पूर्व तैयारियां और तकनीकी संसाधन बढ़ाना बेहद जरूरी हो गया है।
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