टोंक : राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 2025 में आज टोंक जिले में अभ्यर्थियों को कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा।
महिला अभ्यर्थियों को केंद्र में प्रवेश से पहले अपना मंगलसूत्र, चूड़ियां, अंगूठी और गहने तक उतारने पड़े, जिससे परीक्षा में पारदर्शिता बनी रहे और नकल पर रोक लगाई जा सके।
टोंक जिले के 19 परीक्षा केंद्रों (17 टोंक शहर और 2 निवाई में) पर हजारों महिला अभ्यर्थी पहुंचीं।
मेटल डिटेक्टर से जांच के दौरान सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें सभी प्रकार के धातुयुक्त आभूषण उतारने का निर्देश दिया।
परीक्षा में आई कई महिलाएं अपने मंगलसूत्र और गहनों को हाथों में लेकर परीक्षा भवन में प्रवेश करती नजर आईं, वहीं कुछ को अपने सामान में सुरक्षित रखना पड़ा।
परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए 4 फ्लाइंग टीमें तैनात की गईं।
सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के ज़रिए निगरानी की गई।
परीक्षा दो पालियों में आयोजित हो रही है, जिसमें प्रदेशभर से 8 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं।
सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा समय से 2 घंटे पहले केंद्र पर पहुंचने और परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले तक ही प्रवेश की अनुमति दी गई।
परीक्षा केंद्रों पर नियुक्त सुरक्षाकर्मियों और प्रशासन का कहना है कि आधिकारिक निर्देशों के तहत सभी आभूषण उतरवाना अनिवार्य है, ताकि कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या नकल सामग्री अंदर न ले जाई जा सके।
पिछले वर्षों की घटनाओं को देखते हुए इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त किया गया है।
जेल प्रहरी परीक्षा 2025 में अभ्यर्थियों के लिए सख्त नियम और सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं।
महिला अभ्यर्थियों को गहने उतरवाने की घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या इन नियमों में भावनात्मक और सांस्कृतिक संवेदनशीलता को भी शामिल किया जाना चाहिए।
हालांकि प्रशासन ने इसे नकल रोकने की दिशा में सख्त लेकिन जरूरी कदम बताया है।
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