जयपुर/दिल्ली: राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है। पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जोगिंदर सिंह अवाना ने शनिवार को कांग्रेस छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) का दामन थाम लिया। अवाना ने दिल्ली में RLD प्रमुख जयंत चौधरी के आवास पर पार्टी की सदस्यता ली। खास बात यह रही कि उनके पुत्र हिमांशु अवाना ने भी RLD में प्रवेश किया।
जोगिंदर अवाना ने कांग्रेस छोड़ने के पीछे किसी प्रकार की नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने यह कदम नए राजनीतिक लक्ष्य और विचारधारा के अनुरूप उठाया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेतृत्व और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का आभार प्रकट किया और कहा कि वे उनके द्वारा दिए गए समर्थन को हमेशा याद रखेंगे।
RLD जॉइन करने के बाद अवाना ने कहा कि वे 14 अप्रैल से प्रदेशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को RLD से जोड़ा जा सके। उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य RLD को राजस्थान की राजनीति में एक मजबूत विकल्प के रूप में खड़ा करना है।
2018: अवाना ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के टिकट पर नदबई से चुनाव जीतकर विधानसभा में प्रवेश किया।
बाद में कांग्रेस में शामिल हुए और देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष बने, जिन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था।
2023 चुनाव: कांग्रेस के टिकट पर नदबई से चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा के जगत सिंह से हार गए।
2024: कांग्रेस छोड़कर RLD जॉइन की।
राजस्थान की राजनीति में जोगिंदर अवाना का कांग्रेस छोड़कर RLD में जाना ना सिर्फ एक व्यक्तिगत सियासी कदम है, बल्कि यह प्रदेश की राजनीति में बदलते समीकरणों का संकेत भी है। आने वाले समय में देखना होगा कि अवाना और RLD की यह नई जोड़ी किस तरह से प्रदेश की राजनीति में प्रभाव छोड़ती है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.