जयपुर : नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस की वेस्ट ज़ोन की 31 टीमों ने एक साथ 131 ठिकानों पर दबिश दी। इस ऑपरेशन में 9 किलो अवैध अफीम का दूध बरामद किया गया, जबकि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की यह कार्रवाई नशे के काले कारोबार पर कड़ा प्रहार मानी जा रही है।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ इलाकों में अवैध अफीम का कारोबार किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर वेस्ट जोन पुलिस ने विशेष ऑपरेशन तैयार किया और 31 टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने एक साथ 131 ठिकानों पर दबिश दी और छापेमारी के दौरान 9 किलो अफीम का दूध बरामद किया गया।
गिरफ्तार हुए आरोपी
- पुलिस ने चार तस्करों को मौके से गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान रामपाल, सुरेश, विनोद और शंकर के रूप में हुई है।
- आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि वे अफीम की तस्करी कर अन्य राज्यों में भी सप्लाई करते थे।
- पुलिस को इनके अन्य नेटवर्क की भी जानकारी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है।
कहां-कहां हुई छापेमारी?
पुलिस ने जिन 131 ठिकानों पर छापेमारी की, वे मुख्य रूप से जयपुर, कोटा, उदयपुर, भीलवाड़ा और बांसवाड़ा जिले में स्थित थे।
- इन इलाकों में लंबे समय से नशे का अवैध कारोबार चल रहा था।
- पुलिस ने मौके से कैश, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
अफीम का दूध क्या होता है?
- अफीम का दूध अफीम के पौधे से निकाला जाने वाला तरल पदार्थ होता है, जिसे सुखाकर हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थों में बदला जाता है।
- इसका उपयोग अवैध ड्रग्स माफिया द्वारा किया जाता है और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जाता है।
आगे क्या?
- पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह अफीम कहां से लाई गई थी और किन-किन राज्यों में इसकी सप्लाई होती थी।
- आरोपियों से पूछताछ के आधार पर इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
- पुलिस के मुताबिक, इस ऑपरेशन के बाद अन्य नशा तस्करों में हड़कंप मच गया है और कई संदिग्ध फरार हो गए हैं।
निष्कर्ष
यह पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक मानी जा रही है। इस ऑपरेशन से अवैध नशे के कारोबार पर कड़ा प्रहार हुआ है और आने वाले दिनों में पुलिस और भी सख्ती से कार्रवाई कर सकती है।