जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक बड़ी लूट की वारदात सामने आई है। बदमाशों ने 1.50 करोड़ रुपये के गहने और नकदी लूट ली। खास बात यह है कि इस लूट में घर का नौकर भी शामिल था, जिसे वारदात से एक दिन पहले ही काम पर रखा गया था।
कैसे हुई वारदात?
- जयपुर के मालवीय नगर इलाके में यह घटना घटी।
- कारोबारी रवि अग्रवाल के घर में बदमाशों ने घुसकर परिवार को बंधक बना लिया।
- एक दिन पहले ही घर में नया नौकर रखा गया था, जिसने अपने साथियों को बुलाकर लूट की साजिश रची।
- बदमाशों ने घर में घुसते ही परिवार को धमकाया, हथियार दिखाए और गहनों की जानकारी मांगी।
- कुछ ही देर में उन्होंने 1.50 करोड़ रुपये के गहने और नकदी समेटी और फरार हो गए।
परिवार को बंधक बनाकर रखा
- बदमाशों ने घर में घुसते ही सभी सदस्यों को एक कमरे में बंद कर दिया।
- किसी ने विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट भी की गई।
- पूरे घर की अलमारी और लॉकर तोड़कर गहने और नकदी निकाल ली गई।
- वारदात के बाद बदमाश आसानी से भाग निकले।
नौकर ही निकला मास्टरमाइंड
- पुलिस जांच में सामने आया कि नौकर ने ही अपने साथियों को वारदात के लिए बुलाया था।
- उसने पहले ही घर के बारे में सारी जानकारी इकट्ठा कर ली थी।
- जैसे ही मौका मिला, उसने अपने साथियों को अंदर बुलाया और लूट को अंजाम दिलवाया।
कैसे खुला मामला?
- परिवार के एक सदस्य ने किसी तरह खुद को छुड़ाया और पड़ोसियों को जानकारी दी।
- पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और घर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
- नौकर के बारे में जानकारी निकाली गई, तो पता चला कि वह फर्जी पहचान के साथ काम कर रहा था।
पुलिस की कार्रवाई
- पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर जांच शुरू की।
- संदेह के आधार पर नौकर की तलाश की गई, लेकिन वह फरार मिला।
- जयपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बदमाशों की तलाश तेज कर दी है।
- पुलिस का मानना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इससे क्या सीखने की जरूरत?
- नए नौकर रखने से पहले उसकी पूरी जांच कराएं।
- पुलिस वेरिफिकेशन के बिना किसी अनजान व्यक्ति को घर में काम पर न रखें।
- सीसीटीवी कैमरे सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं, समय-समय पर जांच करें।
- अगर किसी पर शक हो, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
निष्कर्ष
जयपुर में हुई इस वारदात ने एक बार फिर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। नौकरों के पुलिस वेरिफिकेशन की अनदेखी करना बड़ा खतरा बन सकता है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही लुटेरों को गिरफ्तार करने की उम्मीद जताई जा रही है।