राजस्थान विधानसभा : में इन दिनों अध्यक्ष वासुदेव देवनानी का सख्त रुख लगातार देखने को मिल रहा है। पक्ष और विपक्ष दोनों ही उनके सख्त निर्देशों का सामना कर रहे हैं। गुरुवार को सदन में उस समय असहज स्थिति बन गई, जब विधानसभा अध्यक्ष को मंत्रियों को टोकना पड़ा।
दरअसल, सदन में किसी अहम मुद्दे पर चर्चा हो रही थी, लेकिन तीन मंत्री आपस में बातचीत में मशगूल हो गए। इसे देखते हुए नाराज अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सख्त लहजे में कहा—"मैं खड़ा होकर बोल रहा हूं और तीन मंत्री आपस में बात कर रहे हैं। कम से कम इस समय तो बात न करें।"
यह पहला मौका नहीं है जब विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्ती दिखाई हो। हाल ही में उन्होंने राजस्व विभाग के मामलों पर देरी को लेकर भी नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था—"पहले विभाग 12 घंटे के भीतर जवाब देते थे, अब बिना जवाब के महीनों गुजर जाते हैं।"
इसके अलावा, देवनानी पहले भी विधायकों को अनुशासन में रहने की सख्त हिदायत दे चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि—"जब अध्यक्ष खड़े हों, तब कोई भी सदस्य न तो बाहर आएगा, न ही अंदर जाएगा। सभी को अपनी सीट पर बैठना होगा।"
अध्यक्ष की इस लगातार सख्ती को देखते हुए यह माना जा रहा है कि वे जल्द ही सदन में अनुशासनहीनता को लेकर कड़े एक्शन ले सकते हैं। इससे पहले भी उन्होंने विधायकों और मंत्रियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि—"मर्यादाओं का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।"
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