अजमेर। क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंटों में से एक चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड की भिड़ंत से पहले देशभर में भारतीय टीम की जीत के लिए प्रार्थनाएं की जा रही हैं। इसी कड़ी में अजमेर की मशहूर ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह में भी टीम इंडिया की जीत के लिए खास दुआ की गई।
अजमेर स्थित विश्वप्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर शुक्रवार को बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी और स्थानीय लोग पहुंचे। उन्होंने फाइनल से पहले भारत की जीत की कामना करते हुए चादर पेश की और टीम इंडिया की सफलता के लिए दुआ मांगी। दरगाह के खादिमों ने भी टीम इंडिया की जीत के लिए विशेष प्रार्थना कराई।
दरगाह के खादिम सैयद सुल्तान चिश्ती ने कहा, "भारत की क्रिकेट टीम सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावनाओं का प्रतीक है। हर बार जब भारतीय टीम बड़े मुकाबलों में उतरती है, तो देशभर के लोग उनकी जीत के लिए दुआ करते हैं। आज दरगाह में भी यही माहौल देखने को मिला।"
भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले को लेकर पूरे देश में उत्साह है। कई जगहों पर मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ, हवन और आरती का आयोजन किया गया, तो कहीं मस्जिदों और गुरुद्वारों में प्रार्थनाएं की गईं। भारत की जीत के लिए वाराणसी, उज्जैन, हरिद्वार और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी अनुष्ठान किए गए।
भारतीय टीम इस समय शानदार फॉर्म में है और फाइनल तक के सफर में कई बड़ी टीमों को मात दी है। फैंस को उम्मीद है कि इस बार भारत चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचेगा। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और स्टार खिलाड़ी विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों पर फैंस की निगाहें टिकी हैं।
भारत में क्रिकेट केवल एक खेल नहीं बल्कि धर्म की तरह माना जाता है। हर बड़े टूर्नामेंट से पहले और बाद में धार्मिक स्थलों पर टीम इंडिया की जीत के लिए प्रार्थनाओं का सिलसिला चलता रहता है। अजमेर दरगाह में की गई यह दुआ एक बार फिर दर्शाती है कि क्रिकेट कैसे पूरे देश को एकजुट करता है।
अब देखना होगा कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में किसका पलड़ा भारी रहता है और क्या दुआओं और प्रार्थनाओं का असर टीम इंडिया की जीत के रूप में देखने को मिलेगा।
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