जयपुर: राजस्थान विधानसभा में सोमवार (10 मार्च) को बिजली खरीद और उत्पादन को लेकर जमकर बहस हुई। पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि प्रदेश में किन-किन कंपनियों से कितनी बिजली खरीदी गई और इसके बदले में कितना भुगतान किया गया। इस पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बिजली खरीद और कटौती को लेकर जवाब दिया, लेकिन धारीवाल उनके उत्तर से असंतुष्ट दिखे और पलटवार किया, जिससे सदन में हंगामे की स्थिति बन गई।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि अलग-अलग माध्यमों से बिजली खरीदी जाती है और फिलहाल प्रदेश में किसी भी तरह की बिजली कटौती नहीं की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में पूरी बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिससे आमजन को कोई असुविधा नहीं हो रही।
ऊर्जा मंत्री के जवाब से असंतुष्ट धारीवाल ने कहा, "मैंने सरकार से कटौती पर सवाल नहीं किया, बल्कि पूछा था कि किन कंपनियों से कितनी बिजली खरीदी गई और उसके लिए कितना भुगतान किया गया?" उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस मुद्दे पर स्पष्ट जवाब देने से बच रही है।
इस मुद्दे पर विपक्षी विधायकों ने सरकार पर पारदर्शिता न बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि सरकार बिजली खरीद का पूरा ब्योरा सदन में पेश करे। विपक्ष ने सवाल उठाया कि सरकार किन आधारों पर बिजली खरीद रही है और इसका लाभ आम जनता को मिल भी रहा है या नहीं।
बिजली खरीद और कटौती को लेकर सदन में हुई इस बहस के बाद अब सरकार से विपक्ष ने विस्तृत आंकड़े प्रस्तुत करने की मांग की है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.