जयपुर : के प्रतिष्ठित सोफिया स्कूल का एक आदेश विवादों में घिर गया है। स्कूल ने छात्रों को होली के रंग लाने पर प्रतिबंध लगा दिया और चेतावनी दी कि यदि कोई रंग लेकर आया तो उसे परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिलेगी। यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद स्कूल पर सांप्रदायिकता के आरोप लगने लगे।
विवाद बढ़ता देख शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्कूल के इस फैसले को गलत बताया और CBSE से कार्रवाई करने की मांग की। विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए इसे सनातन संस्कृति के खिलाफ बताया।
विवाद बढ़ने के बाद सोफिया स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर सिंथिया ने सफाई दी। उन्होंने कहा,
"हमने बच्चों को होली खेलने से नहीं रोका है। यह आदेश केवल सुरक्षा के लिए दिया गया था ताकि छात्र परीक्षा में ध्यान केंद्रित कर सकें और किसी को नुकसान न पहुंचे। कई बार बच्चे केमिकल युक्त रंग लेकर आते हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि स्कूल में हर त्योहार मनाया जाता है – चाहे वह होली, दिवाली, ईद या क्रिसमस हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि 12 मार्च को स्कूल में होली का आयोजन भी किया जाएगा।
CBSE से कार्रवाई की मांग पर प्रिंसिपल ने कहा,
"हमने कोई नियम नहीं तोड़ा है। अगर CBSE हमसे इस बारे में पूछेगा, तो हम उन्हें उचित जवाब देंगे।"
स्कूल प्रशासन का कहना है कि यह आदेश सिर्फ इसलिए दिया गया ताकि परीक्षा के दौरान कोई अव्यवस्था न हो और छात्रों की सुरक्षा बनी रहे। स्कूल के इस आदेश पर गलतफहमी फैल गई, जिससे यह विवाद खड़ा हुआ।
सोफिया स्कूल का यह आदेश सुरक्षा और परीक्षा की सुव्यवस्था के लिए दिया गया था, न कि किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ। स्कूल ने स्पष्ट किया है कि वह सभी त्योहारों का सम्मान करता है और उन्हें मनाता भी है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.