जयपुर : के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एशियाटिक शेरनी 'तारा' के एक शावक की मौत हो गई है। जन्म के बाद से ही शावक की हालत गंभीर थी और 7 दिनों तक डॉक्टर्स की देखभाल के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस शावक का निधन एक बड़े दुख के रूप में आया है, जिसे बायोलॉजिकल पार्क की टीम और पर्यटकों द्वारा गहरे दुःख के साथ देखा गया।
शावक का जन्म हाल ही में हुआ था, लेकिन उसकी हालत जन्म के बाद से ही नाजुक थी। विशेषज्ञों द्वारा उसे लगातार निगरानी में रखा गया था, लेकिन बावजूद इसके शावक की स्थिति में सुधार नहीं हो सका और 7 दिन के भीतर उसने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शेरों का संरक्षण और उनकी देखभाल विशेष ध्यान से की जाती है। एशियाटिक शेर, जो कि अब अत्यधिक दुर्लभ हो गए हैं, पार्क के प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं। 'तारा' का शावक इस पार्क में जन्म लेने वाले शेरों में से एक था, और पार्क के कर्मचारी इसे लेकर पूरी तरह समर्पित थे। शावक की मृत्यु इस स्थान के लिए एक शोक का कारण बनी है।
यह घटना न केवल जयपुर बल्कि पूरे देश में शेरों की सुरक्षा और संरक्षण के महत्व को उजागर करती है। एशियाटिक शेरों की संख्या लगातार घट रही है, और ऐसे में इनकी देखभाल और संरक्षण की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। बायोलॉजिकल पार्क ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अपनी प्रक्रियाओं और संरक्षात्मक उपायों को और मजबूत करने का संकल्प लिया है।
अगर आप नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से संबंधित और अधिक जानकारियां चाहते हैं या इस शेरनी के बारे में और अपडेट्स प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया हमारे साथ जुड़े रहें।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.