नई दिल्ली: सिंगापुर में तेजी से फैल रहे कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 ने भारत में भी दस्तक दे दी है। महाराष्ट्र में इस नए वैरिएंट के केस सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वैरिएंट ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स में से एक है, जो बेहद संक्रामक है।
JN.1 वैरिएंट ओमिक्रॉन परिवार का ही एक नया म्यूटेशन है। इसके लक्षण भले ही आम फ्लू जैसे हैं, लेकिन यह बहुत तेजी से फैलता है। इसका सबसे बड़ा खतरा उन लोगों के लिए है जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, जैसे बुजुर्ग, छोटे बच्चे और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह वैरिएंट पहले से संक्रमित लोगों को भी दोबारा संक्रमित कर सकता है, भले ही उन्होंने टीका लगवा रखा हो।
तेज बुखार
गले में खराश
थकान और बदन दर्द
खांसी
नाक बहना
सिरदर्द
गंध या स्वाद का चला जाना (कुछ मामलों में)
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में JN.1 वैरिएंट के केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। सरकार ने RTPCR टेस्टिंग बढ़ाने, अस्पतालों में ऑक्सीजन और ICU सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सभी राज्यों को वायरस की जीनोमिक सीक्वेंसिंग पर फोकस करने को कहा गया है।
मास्क का प्रयोग करें
हाथ धोते रहें या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें
भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें
यदि बुखार या खांसी हो, तो तुरंत जांच कराएं
बूस्टर डोज जरूर लगवाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि JN.1 वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा। घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष:
JN.1 वैरिएंट भले ही हल्के लक्षणों वाला प्रतीत हो, लेकिन इसकी तेजी से फैलने की क्षमता और दोबारा संक्रमण की संभावना इसे खतरनाक बना देती है। सरकार की सतर्कता के साथ-साथ आम लोगों की जागरूकता ही इस चुनौती से निपटने का सबसे मजबूत हथियार है।
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