सीकर, राजस्थान: रविवार रात सीकर जिले के पिपराली रोड पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में आकाश मेडिकल आईआईटी-जेईई फाउंडेशन यूनिट में कार्यरत गार्ड सज्जन सिंह की मौत हो गई। इस हादसे के बाद सोमवार को मृतक के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और कोचिंग प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि कोचिंग संस्थान आकाश मेडिकल ने सज्जन सिंह की सुरक्षा के लिए उचित इंतजाम नहीं किए थे। उनका कहना है कि सज्जन सिंह को रात के वक्त अकेला और असुरक्षित स्थिति में काम पर भेजा गया था, जो अंततः हादसे का कारण बना। परिवार ने 50 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग की है।
रविवार रात जब सज्जन सिंह अपनी ड्यूटी पर थे, तभी एक तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि सज्जन सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। शव को अस्पताल भेजा गया, लेकिन परिवार के सदस्य तुरंत अस्पताल पहुंचे और शव लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोचिंग प्रशासन की लापरवाही के कारण उनके प्रियजन की जान चली गई।
परिजनों ने आकाश मेडिकल को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि इस घटना से न सिर्फ उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्य भी मानसिक रूप से टूट चुके हैं।
इस घटना पर कोचिंग प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, जांच अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं और इस पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी, ऐसा आश्वासन दिया गया है।
यह हादसा सीकर जिले में सुरक्षा व्यवस्था और सड़क पर खतरनाक स्थितियों को लेकर सवाल खड़े करता है। स्थानीय प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन इस तरह की घटनाओं से यह साबित होता है कि अब भी सुधार की आवश्यकता है।
सज्जन सिंह की दुखद मौत ने न सिर्फ उनके परिवार को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि सड़क सुरक्षा और कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों का पालन किया जाना कितना जरूरी है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.