जयपुर/पुष्कर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान की समृद्ध विरासत को न केवल संरक्षित किया जाएगा, बल्कि उसे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के प्रमुख केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। इस कड़ी में पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस स्थल को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।
यह न केवल देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।
राजस्थान की विविध और समृद्ध विरासत को संजोने हेतु जयपुर में राज्य स्तरीय संग्रहालय की स्थापना की जाएगी।
इसमें रियासत कालीन वस्तुएं, पेंटिंग्स, हथियार, पोशाकें और अन्य सांस्कृतिक धरोहरों को दर्शाया जाएगा।
यह पहल राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को देश-दुनिया तक पहुंचाने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने शेखावाटी क्षेत्र की प्रसिद्ध पुरानी हवेलियों को संरक्षित करने और आवश्यकता अनुसार जीर्णोद्धार कराने के निर्देश दिए हैं।
शेखावाटी की हवेलियां अपने अद्भुत भित्तिचित्रों और स्थापत्य कला के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
भरतपुर जिले के धार्मिक स्थल पूंछरी का लौठा के विकास कार्यों को भी गति देने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस स्थल को धार्मिक पर्यटन के प्रमुख बिंदु के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
राज्य के बाहर स्थित राजस्थान से संबंधित मंदिरों के संरक्षण और जीर्णोद्धार को लेकर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आवश्यकतानुसार कार्य योजना बनाकर अमल किया जाए।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इन फैसलों से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार राजस्थान की संस्कृति, धर्म और पर्यटन को एक नई दिशा देने की योजना पर कार्य कर रही है।
यह न केवल आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने में मदद करेगा, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग को भी मजबूती देगा।
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