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जोधपुर डिस्कॉम में लापरवाही चरम पर: बढ़े बिजली बिल पर उपभोक्ता परेशान, अफसर व्हाट्सएप से कर रहे समाधान

जोधपुर : विद्युत वितरण निगम (Jodhpur DISCOM) की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है, जहां उपभोक्ताओं की गंभीर बिजली शिकायतों को भी महज व्हाट्सएप मैसेज और फोटो से निपटाने की कोशिश की जा रही है। बढ़े हुए बिजली बिल को लेकर एक उपभोक्ता द्वारा की गई शिकायत पर अधिकारी मौके पर जाकर जांच करने के बजाय केवल फोटो मंगवाकर 'समाधान' कर रहे हैं।

यह स्थिति तब है जब प्रदेश में तापमान चरम पर है और बिजली आपूर्ति को लेकर आम जनता परेशान है।


समस्या की शुरुआत: बिल में अचानक बढ़ोतरी

जोधपुर निवासी एक उपभोक्ता ने शिकायत की कि उसके बिजली बिल में अचानक भारी बढ़ोतरी हो गई है, जबकि खपत सामान्य थी। उसने डिस्कॉम को कई बार फोन और लिखित में सूचना दी। लेकिन डिस्कॉम अधिकारियों की तरफ से न तो कोई फील्ड विजिट की गई और न ही तकनीकी जांच। इसके बजाय उपभोक्ता से कहा गया कि मीटर की फोटो व्हाट्सएप पर भेज दें।


व्हाट्सएप पर 'समाधान' की नीति

डिस्कॉम अधिकारियों ने कहा कि "आप व्हाट्सएप पर मीटर की रीडिंग भेजिए, हम वहीं से बिल देख लेंगे।" लेकिन सवाल यह उठता है कि मीटर की तकनीकी गड़बड़ी, कनेक्शन की स्थिति या बिजली की आपूर्ति में गड़बड़ियों का सही समाधान सिर्फ एक फोटो से कैसे संभव है?

इससे न केवल उपभोक्ता का विश्वास डगमगाया है, बल्कि यह व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाता है।


गर्मी में बिजली आपूर्ति और भी चुनौतीपूर्ण

इन दिनों जोधपुर सहित समूचे राजस्थान में भीषण गर्मी पड़ रही है और बिजली की मांग तेजी से बढ़ गई है। इसके बावजूद डिस्कॉम के अधिकारी शिकायतों पर ध्यान देने के बजाय खानापूर्ति कर रहे हैं। शहर के कई इलाकों से ट्रिपिंग, वोल्टेज फ्लक्चुएशन और लंबे समय तक बिजली कटौती की शिकायतें मिल रही हैं।


उपभोक्ता अधिकारों की अनदेखी

बिजली उपभोक्ताओं को अधिकार है कि उनकी शिकायतों की समय पर जांच हो और फील्ड लेवल पर समाधान मिले। लेकिन मौजूदा हालात में जोधपुर डिस्कॉम इस जिम्मेदारी से बचता दिख रहा है।


प्रशासनिक निष्क्रियता या संसाधन की कमी?

सूत्रों के अनुसार, डिस्कॉम में न तो फील्ड स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता है और न ही शिकायत निपटान के लिए ठोस कार्यनीति। अधिकांश अधिकारी शिकायतों को सिर्फ रिपोर्ट क्लोज करने के उद्देश्य से निपटाते हैं, जिससे न तो उपभोक्ता को राहत मिलती है और न ही स्थायी समाधान।


निष्कर्ष: जवाबदेही तय होनी चाहिए

जोधपुर डिस्कॉम की कार्यप्रणाली में सुधार की सख्त जरूरत है। उपभोक्ताओं को भटकाने की बजाय वास्तविक निरीक्षण और तकनीकी समाधान की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए उच्च स्तर पर जवाबदेही तय की जानी जरूरी है ताकि जनता को सही समय पर राहत मिल सके।

Written By

Monika Sharma

Desk Reporter

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