जयपुर, राजस्थान : राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल को शुक्रवार को जयपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वे राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पुनर्गठन और सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा रद्द करने जैसी युवाओं की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर रहे थे।
हनुमान बेनीवाल ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि RPSC भ्रष्टाचार और पेपर लीक की घटनाओं का गढ़ बन गया है। उन्होंने कहा कि जब तक आयोग का पूर्ण पुनर्गठन नहीं होता और SI भर्ती को रद्द कर दोबारा निष्पक्ष परीक्षा नहीं कराई जाती, तब तक विरोध जारी रहेगा।
पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास से पहले ही उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया और हिरासत में ले लिया।
हनुमान बेनीवाल का कहना है कि RPSC की वर्तमान कार्यप्रणाली पर जनता और युवा वर्ग का भरोसा खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि SI भर्ती में अनियमितताएं, पेपर लीक, और भ्रष्टाचार की शिकायतों के बावजूद सरकार चुप है।
उनकी मांग है कि:
RPSC का पूर्ण पुनर्गठन हो।
SI भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराई जाए।
अन्य लंबित भर्तियों की शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो।
जयपुर पुलिस का कहना है कि सांसद और उनके समर्थकों का प्रदर्शन धारा 144 के उल्लंघन के अंतर्गत आता है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उन्हें कमिश्नरेट सीमा में प्रवेश से पहले ही रोककर हिरासत में लिया गया।
सांसद की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर RLP कार्यकर्ताओं और छात्रों का समर्थन तेजी से सामने आ रहा है।
ट्विटर और फेसबुक पर #RPSCReform और #JusticeForYouth ट्रेंड करने लगे हैं।
हनुमान बेनीवाल की गिरफ्तारी केवल एक राजनीतिक घटना नहीं, बल्कि यह राज्य के युवाओं की बेचैनी और भ्रष्ट भर्ती व्यवस्था के खिलाफ गहराते असंतोष को दर्शाती है। क्या सरकार RPSC की कार्यशैली पर जनता का भरोसा फिर से जीत पाएगी या यह मुद्दा आने वाले चुनावों में अहम मोड़ बनेगा, यह देखना बाकी है।
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