जयपुर : जयपुर पुलिस ने निजी बसों से अवैध वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने स्टिंग ऑपरेशन कर इस गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। खुलासा हुआ है कि यह गैंग हर महीने 10 लाख रुपये तक की अवैध वसूली कर रही थी।
जयपुर पुलिस को लंबे समय से निजी बस ऑपरेटरों से अवैध वसूली की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत के अनुसार, एक गैंग हर बस से 100 रुपये तक वसूलती थी और पैसे न देने पर बस चालकों और संचालकों को जान से मारने की धमकी दी जाती थी। पुलिस ने इस गैंग को पकड़ने के लिए स्टिंग ऑपरेशन की योजना बनाई।
पुलिस ने सादे कपड़ों में कुछ अधिकारियों को बस यात्रियों के रूप में भेजा।
बस स्टैंड और प्रमुख रूटों पर नजर रखी गई।
जैसे ही गैंग के सदस्य वसूली करने पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
बदमाशों के पास से कैश, मोबाइल फोन और धमकी भरे रिकॉर्डिंग सबूत बरामद हुए।
पुलिस ने इस गैंग के चार मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम गुप्त रखे गए हैं। जांच में सामने आया कि यह गिरोह हर महीने करीब 10 लाख रुपये तक की उगाही करता था और इस पैसे को अपराधी नेटवर्क और नशे के कारोबार में इस्तेमाल करता था।
गिरफ्तार बदमाशों ने कबूल किया कि वे जयपुर के अलग-अलग बस स्टैंड और हाईवे पर बस चालकों से वसूली करते थे।
अगर कोई बस संचालक पैसे देने से मना करता तो उसे मारपीट की धमकी दी जाती थी।
कुछ मामलों में गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई थी ताकि दूसरे संचालक डरकर पैसे दे दें।
गैंग के कुछ सदस्य खुद को प्रभावशाली लोगों से जुड़ा बताकर दबाव बनाते थे।
पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। यह भी जांच की जा रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं और क्या इसमें किसी सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी की संलिप्तता है।
जयपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
"हम किसी भी हाल में अवैध वसूली को बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो लोग इस तरह की हरकतों में शामिल हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आम जनता को भी चाहिए कि अगर उन्हें ऐसी कोई गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।"
पुलिस की इस कार्रवाई से बस संचालकों और चालकों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने जयपुर पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब वे बिना डर के अपने व्यवसाय को जारी रख सकते हैं।
जयपुर पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी को भी इस तरह की अवैध वसूली या धमकी देने वाले गिरोहों की जानकारी मिले तो वे तुरंत पुलिस हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
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